पंचांग में अक्सर जब जन्म कुंडली बनती है तो जातक का किस योनि में जन्म हुआ है ये भी लिखा रहता है।
आइये कौन से नक्षत्र किस योनि का प्रतिन्धितित्व करते है और उसका क्या फल बताता हूँ---
१---अश्व योनि---अश्विनी और शतभिषा---स्वछन्द प्रकृति, बहादुर, सदगुणी,
तेजवान, स्फूर्तिवान, उत्तरदायी, वफादार, चंचल , अग्रणी, किसी का अधिपत्य
स्वीकार न करने वाला, गाना,संगीत व वाद्य-यंत्रो में रूचि रखने वाला।
२---गज योनि---भरणी व् रेवती---बलवान,स्थूलकाय, मस्त-चाल वाला,गंभीर, ज्ञानवान, उत्साही,सत्यभाषी,भोगी, राजमान्य।
३---मेष योनि---कृत्तिका व् पुष्य---पुरुषार्थी, पराक्रमी,बुद्धिमान, निर्भय, कर्मठ, धनवान,समाजसेवी, परोपकारी, संघर्ष-प्रिय।
४---सर्प योनि---रोहिणी व् मृगशिरा---कठोर ह्रदय,क्रोधी, क्रूर,कृत्घन, ढोंगी, पराया धन हरने वाला, बदले की भावना युक्त।
५---श्वान योनि---आर्द्रा व् मूल---परिश्रमी,उत्साही,शुर, माता तथा पितृ
भक्त, स्वामी भक्त, वाचाल, स्व-जाति विरोधी, सर्वभक्षी, उत्तम सन्देश-वाहक।
६---मार्जार योनि---पुनर्वसु व् अश्लेशा---कार्य दक्ष मगर
डरपोक,कायर,चपल,चालाक,झगडालू,वृथा क्रोधी,निर्दयी,क्रूर, मिष्टान भोजी,
दुष्टों की संगत में रहने वाला।
७---मूषक योनि---मघा व् पुर्वा-फाल्गुनी---बुद्धिमान,धनवान,मद-रहित,कार्य के लिए सदा तैयार,अविश्वाशी,स्वार्थी।
८---गोऊ योनि---उत्तरा-फाल्गुनी व्
उत्तरा-भाद्रपद---उत्साही,प्रसन्न-चित्त,सुखी,सुंदर,स्त्री-प्रिय,उदार,परोपकारी,विनम्र,वाकपटु,सज्जन।
९---महिष योनि---हस्त व् स्वाति---स्थूलकाय,धनवान,बहुभोजी,बातूनी,मंदबुद्धि,आलसी, मंदगति युक्त व् अड़ियल।
१०---व्याघ्र योनि---चित्रा व् विशाखा---स्वछंद,चतुर,चालाक,
फुर्तीला,धोखेबाज, भ्रमण-शील, सर्वभक्षी, धनवान, बलवान, स्वयम की प्रसंशा
करने वाला।
११---मृग योनि---अनुराधा व्
ज्येष्ठा---सुंदर,आकर्षक,सत्य-वक्ता , स्वतंत्रता प्रिय,स्वजन-प्रिय,
निर्मल स्वभाव युक्त, दयालु, चंचल, उत्तम कार्यरत, ललित कला प्रिय।
१२---वानर योनि---पूर्वा० षा० व् श्रवण---चंचल,चपल,मिष्ठान्न-भोजी, नकलची,धनलोलुप, शंकालु,साहसी,कामी,झगडालू।
१३---नकुल योनि---उत्तरा० षा०---परोपकारी, धनवान, लोकप्रिय,चतुर, माता-पिता का भक्त मगर स्वार्थी।
१४---सिंह योनि---धनिष्ठा व् पूर्वा-भाद्रपद---शक्तिशाली, प्रभावशाली
व्यक्तित्व का धनी, नेतृत्व शक्ति युक्त,धर्म-परायण,उत्तम-कार्य करने वाला,
सदाचारी, परिवार तथा शरणा-गत का पोषक एवं रक्षक।
----------Rules :
- Excellent Yoni poruttham compatibility exists when the woman's moon occupies female nakshtra and male's moon occupies male nakshtra, and their associated animals are compatible.
- If both partner's have their moon in nakshatra that are either male or female and animals are compatible than yoni matching is good.
- When male's moon in female nakshatra and female's moon in males nakshatra and animals are compatible, still we can say that they are atleast not incompatible.
- When animals symbolizing are not compatible in the couple's horoscope than their is no compatibility.
Thank you
Best Wishes,
Vijay Goel
Vedic Astrologer and Vastu Consultant,
Cell : +91 8003004666