रानी पद्मावती ने आज के दिन 26 अगस्त 1303 में चित्तौरगढ़ में जोहर किया है , लगभग 16000 स्त्री ने आग में कूद कर जान दे दी थी , आतंकरियो से बचने के लिए।
उस दिन की ग्रह योजना देखे , (शुक्र केंद्रित कुंडली बनायीं है) स्त्री कारक शुक्र नीच का है और शनि के साथ है , इसका मतलब स्त्रियाँ में डर व्याप्त है और शनि ने शरीर नष्ट करने की हिम्मत और अति बल दिया है। शुक्र के आगे त्रिकोण में चंद्र मंगल और केतु है जो अग्नि स्नान (जोहर) को साफ तोर पर दर्शाता है। शुक्र के पीछे त्रिकोण में सूर्य बृहस्पति बुध राहु से ग्रस्त है मतलब वैभवशाली गौरव पर ग्रहण लगा हुवा है। शुक्र पूर्ण रूप से फंसा हुवा है और कमजोर है।
विशेष रूप से देखे की कैसे राहु और केतु ने सूर्य, चंद्र, शुक्रादिपति बुध , गुरु को ग्रहण लगाया है।