मांगलिक दोष का असर को कभी कम न समझे। बहुत लोग अपने आप को मॉडर्न ज्योतिषी मानते है और मांगलिक दोष को नजरअंदाज कर देते है। हमें जरूर से ग्रह के हर पहलु पर गौर करना चाहिए जिसमे मांगलिक दोष और परिहार भी है।
दो कुंडली प्रस्तुत कर रहा हु। दोनों कुंडली स्त्री की है, उम्र अलग अलग है और दोनों वृश्चिक लग्न की है । कुंडली १ (चार्ट 1) में मंगल अस्थम स्थान में है पति की मृत्यु एक्सीडेंट से हुई। कंडली २ ( चार्ट 2) में मंगल द्वादश स्थान में है और पति की मृत्यु कोरोना से हुई। दोनों कुंडली में जब स्त्री की आयु 38वा वर्ष चल रहा था तब घटना हुई। दोनों कुंडली में तब वर्ष की मुंथा धनु राशि में यानि दूसरे घर में थी। ------ मैंने कई साल पहले भी बताया था २-३ कुंडली से की मांगलिक दोष बॉय\गर्ल फ्रेंड में भी असर डालता है। मैंने देखे की कई बार शादी होने से पहले बॉय\गर्ल फ्रेंड की एक्सीडेंटल मृत्यु हो जाती है। ------ जो नाड़ी ज्योतिष करते है वो ध्यान दे की चार्ट 1 में मंगल के बाद राहु है लेकिन दूसरे घर में और 10 डिग्री का फासला है। मंगल अकेला है, राहु के तीसरे गुरु है। चार्ट 2 में मंगल के बाद केतु है और वो भी दूर घर में है और 24 डिग्री का फैसला है , मंगल के साथ शनि और मंगल से तीसरे गुरु भी है। ------ यह जानकारी केवल ज्योतिषी के अध्ययन के लिए है। धन्यवाद। विजय गोयल ज्योतिषी जयपुर www.VijayGoel.net Mob: +91 8003004666 #ManglikDosha #मांगलिकदोष #MangalDosh #Astrology
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