This teachings is written by scholar shri Ram Krishan Goel, now residing in Gurgoen. This Nadi system where Ascendent is considered equally very important. Now for us he has produced the series to understand the basics and naunces of original Nadi Astrology. This particular material is cover under his copyright as wherever applicable.
His material will be soon available in print. He can be contacted through 09810919479
[Vijay Goel] I find it is expansion of R G Rao's nandi nadi concept with ascendent. All nadis has same basic but little bit differet in applications. Much of the basic content is taken from "Core of Nadi Astrology" of Late RG Rao.
His material will be soon available in print. He can be contacted through 09810919479
[Vijay Goel] I find it is expansion of R G Rao's nandi nadi concept with ascendent. All nadis has same basic but little bit differet in applications. Much of the basic content is taken from "Core of Nadi Astrology" of Late RG Rao.
[Vijay Goel] I find it is expansion of R G Rao's nandi nadi concept with ascendent. All nadis has same basic but little bit differet in applications. Much of the basic content is taken from "Core of Nadi Astrology" of Late RG Rao.
-------------------------------------------------------------------------
POST No। 14
दोस्तो
मेंने आपको
कारक बताये।
अब मे करको
का उपयोग बताता हू । की इन का उपयोग केसे किया जाये।
तो मेरा
सवाल है।
एक औरत
खेतो मे होती हुई पानी के लिए कुआ पर जाती है। जब कुआ की पक्की बनी मुड़ेर पर पहुचती है। तो देखती है की कुआ मे
सोना पड़ा है। पर साथ ही जंगल मे शेर मुह खोल कर बेथा है। अत वह डर जाती है। ओर
वहाँ पड़ा टूटा फूटा पुराना हथियार उठा लेती है। तो वहा दूरी पर गुजर रहा कोई
व्यक्ति देख लेता है ओर वह भी सोंना लेना चाहता है।
अत आपसे
अनुरोध है की प्लानेट्स ( ग्रहो)को कुंण्डलि मे ऐसे बिठाओ की उपरोक्त position या स्थिति बन जाये।
कारक मे
आपको पहले बता चुका हू। किसी भी लग्न की कुंडली ले सकते हो या बिना लग्न के।
मानता हू
की सवाल अति मुश्किल है पर इसी एक सवाल से 100 प्रोब्लॉम
दूर होंगी।
please गलत सही जो
भी कुंडली बने वह बनाये। दूसरे ग्रुपों से भी मदद ले सकते है।
यहा नाड़ी
ओर पारशारी मे कोई फर्क नही है।
हर एक
मेंबर को कारको का उपयोग कर कुंडली बनानी है। सभी ग्रह होना जरूरी नही है। कोई के position ओर शेर ओर दूसरा आदमी ओर हथियार से सम्बंदित
ग्रह बेठना काफी है।
हर एक
मेंबर को कारको का उपयोग कर कुंडली बनानी है। सभी ग्रह होना जरूरी नही है। कुआ के position ओर शेर ओर दूसरा आदमी ओर औरत हथियार से
सम्बंदित ग्रह बेठना काफी है।
यह POST No। 14 है
आप सभी
मेंबरो से अनुरोध है की इस सवाल को सॉल्व करे ।
ओर अपने
जवाब शीघ्र भेजे
इससे जुड़े
आगे के सवाल बाद मे करूँगा
याद रखना
इस तरह के स्वालो पर ध्यान नही दिया ओर ये सोच लिया की गोयल बता देंगे
तो आपको आगे समझ नही आएगा । यहा तर्क जरूरी है। ओर चर्चा भी।
-----------------------
Answer to this post is in next post no 15.
--------------------------------------------------------------------------------------
Please go through these notes.
Thankyou
Best Wishes,
Astrologer Vijay Goel
Jaipur
Jaipur
Mob : 8003004666